सीहोर के जंगल से पांच लाख रुपए में खरीदकर लाए रेड सैंड बोआ सांप को पुलिस ने बरामद कर लिया है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि सांपों को बेचने के लिए ग्राहकों की तलाश की जा रही थी। ग्राहकों को सांप दिखाने के लिए घी की केन में रखकर ले जा रहे थे कि पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों आरोपियों ने इसकी तस्करी करना स्वीकार किया है। पुलिस ने आरोपियों पर वन्य प्राणी अधिनियम के तहत कार्रवाई की।
इंदौर में रेड सैंड बोआ सांप को लाकर बेचने की नियत से घूम रहे दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी सीहोर के जंगलों से सांप को खरीदकर कर इंदौर के 78 न. स्कीम में रखा था। रविवार रात इन सांप को दिखाने जा रहे थे। इसी दौरान विजय नगर पुलिस ने बिना नंबर की बाइक घी की केन में ले जा रहे हैं। थाना प्रभारी तहजीब काज़ी ने बताया कि मुखबिर से सूचना के आधार पर बाइक से जा रहे दो आरोपी योगेश सिंह सेंधव पुत्र मनोहर सिंह (29) जाबर व संजू पुत्र मुकम सिंह राजपूत (27) 78 लसूड़िया इंदौर होना बताया।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सीहोर के जंगलों से यह मोनू नाम के व्यक्ति से उसे 5 लाख में सौदा कर इंदौर के विजय नगर की 78 नम्बर स्कीम संजू के घर रखा हुआ था। इस सांप के खरीददार की तलाश में थे। दोनों ने बताया कि इस की डील 20 लाख में चल रही थी, लेकिन कोई खरीदार अब तक नहीं मिला था। आरोपियों ने सांप को एक घी के बड़े में रखा हुआ था। रेत व राई के अंदर उसे रखना बताया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी संजू और योगेश।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी संजू और योगेश।
मोबाइल में कछुए और सांप के मिले सैकड़ों फोटो
गिरफ्त में आए संजू नाम आरोपी के मोबाइल में कई तस्करों के ग्रुप बने हुए है और उसमें इन जंगली जानवरों और तंत्रिका में काम आने वाले कछुओं के कई फोटो मिले हैं। आरोपी के कई ऐसे ग्रुप भी मोबाइल में मिले है, जिनके माध्यम से वो प्रदेश के कई तस्करी के संपर्क में रहते थे
इंदौर में तीन माह में ही 12 दो मुंहे सांप जब्त
इंदौर में तीन माह में ही 12 दो मुंहे सांप जब्त हुए हैं। इन सभी मामलों में इतने ही आरोपी भी पकड़े गए हैं, लेकिन एक भी खरीदार सामने नहीं आया है। दो माह पहले एसटीएफ ने दो तस्करों को गिरफ्तार कर पांच दो मुंहे सांप पकड़े थे। इनकी कीमत लाखों रुपए बताई गई थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर दो सांप जब्त किए थे। इसकी कीमत 70 लाख बताई थी। कुछ दिन पहले देपालपुर पुलिस ने दो लोगों को पकड़कर दो सांप जब्त किए थे।
बालू के नीचे छिपे रहते हैं रेड सैंड बोआ
रेड सैंड बोआ बालू के नीचे छिपा रहता है, इस वजह से इसका नाम सैंड बोआ है। वह बालू में इस तरह छिप जाता है कि उसका सिर सिर्फ बालू के बाहर नजर आता है। यह प्रजाति उत्तरी अमेरिका में मुख्य रूप से प्रशांत महासागर के तट पर पाई जाती है। इसके अलावा यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और भारत में पाया जाता है।
कई बीमारियों के इलाज में असरदार
प्राणी संग्रहालय के प्रभारी उत्तम यादव का कहना है कि रेड सैंड बोआ प्रजाति के इस सांप का इस्तेमाल कैंसर के इलाज और सेक्स पावर की दवा बनाने में किया जाता है। माना जाता है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानी उत्तेजना पैदा न होने की समस्या को दूर करने में भी यह काफी कारगर है। इसके अलावा, दवा और जोड़ों के दर्द की दवा बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है। वहीं, मलेशिया में इससे जुड़ा अंधविश्वास है कि सैंड बोआ किसी इंसान की किस्मत चमका देता है।
इसके स्किन का इस्तेमाल कॉस्मेटिक्स और पर्स, हैंडबैग एवं जैकेट बनाने में भी होता है। भारत में इस सांप का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है। इस वजह से बिहार, बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में इसकी बड़े पैमाने पर तस्करी होती है।