सावधान! MP में 1 माह में कोरोना की रफ्तार डबल…..नवंबर के शुरुआती 10 दिनों में 70 पॉजिटिव मिले; दिसंबर में संख्या 152 पहुंची; 40 दिनों में 24 जिलों में मिले संक्रमित…..

By | December 12, 2021

 

 

भोपाल पड़ोसी राज्यों में ओमिक्रॉन की दस्तक के साथ ही प्रदेश में कोरोना की रफ्तार भी बढ़ गई है। एक महीने में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो गई है। प्रदेश में 1 से 10 नवंबर के बीच 12 जिलों में 70 कोरोना पॉजिटिव मिले है। जबकि दिसंबर के शुरुआती 10 दिनों में 152 केस रिकॉर्ड किए गए है। वहीं, पिछले 40 दिनों में 24 जिलों में संक्रमित मिले है। चार महीने में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 156 पहुंच गई है। राहत की बात है कि प्रदेश में अभी ओमिक्रॉन संक्रमित किसी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है।

40 दिन से लगातार मिल रहे केस

प्रदेश में भोपाल और इंदौर में लगातार कोरोना पॉजिटिव मिल रही है। पिछले 40 दिन में एक भी बार ऐसा दिन नहीं आया, जब कोई संक्रमित नहीं मिला हो। हालांकि इंदौर एक दिन 8 नवंबर को कोई केस नहीं मिला था। बाकी यहां भी लगातार संक्रमित मिल रहे हैं।

1 दिन नए केस से ठीक होने की संख्या ज्यादा

प्रदेश में पिछले 10 दिन में मात्र एक दिन ऐसा आया जब नए केस मिलने की संख्या ठीक हुए लोगों से ज्यादा थी। 1 से 10 दिसंबर के बीच 4 दिसंबर को 10 नए कोरोना संक्रमित मिले, जबकि ठीक होने वालों की संख्या 18 थी। इसके अलावा सभी दिन नए संक्रमितों की संख्या ज्यादा रही।

छोटे जिले संक्रमण की जद में…

भोपाल-इंदौर के अलावा अब प्रदेश के छोटे जिलों में संक्रमितों की संख्या मिल रही है। इसमें अधिकतर ट्रेवल हिस्ट्री वाले है। पिछले 40 दिनों में 24 जिलों में संक्रमित मिले है। इनमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, अशोकनगर, शहडोल, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, उज्जैन, होशंगाबाद, सिंगरौली, अलीराजपुर, रायसेन, दमोह, नरसिंगपुर, बालाघाट, धार, श्योपुर, सीहोर, नीमच, सागर, धार, राजगढ़।

इंदौर और भोपाल में कई छात्र भी चपेट में आए

इंदौर में 10 दिन में 9 बच्चे पॉजिटिव मिले है। राहत की बात यह है कि सभी एसिम्टोमैटिक है। 3 को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया। इसमें हाईरिस्क अफ्रीकी देश नाइजीरिया से लौटे 8 और 14 साल के भाई-बहन भी मिले है। इनके सैंपल जीनोम सिक्वैसिंग के लिए दिल्ली भेज दिए गए है। भोपाल में भी बच्चे पॉजिटिव मिले है। दो बच्चे अस्पताल में भर्ती।

टेस्टिंग तो दूर ट्रैकिंग ही नहीं……

प्रदेश में 24 नवंबर से 6 दिसंबर तक विदेश में 1668 यात्री आए। इनमें से 785 यात्री ही ट्रैस हुए हैं। 883 यात्री लापता हैं। खास बात तो यह है कि हाई रिस्क कंट्रीज से प्रदेश में 697 यात्री आए। इसमें से 523 के ही RTPCR के सैंपल लिए गए। यानी 174 की RTPCR जांच भी नहीं हुई। यानी विदेश से लौटे लोगों की टेस्टिंग तो दूर ट्रैकिंग भी नहीं हो पा रही है

 

 

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