शुक्रवार को रेलवे क्रॉसिंग पर जन्मी बच्ची की रविवार को मौत हो गई। उसे बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों के मुताबिक उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे पहले ऑक्सीजन फिर वेंटीलेटर पर भी रखा, लेकिन उसकी परेशानी बढ़ती ही गई।
इधर, प्रसूता पूजा का स्वास्थ्य अब पूरी तरह से ठीक है, उसे डॉक्टरों ने छुट्टी दे दी है। पूजा के माता-पिता उसे लेकर गांव पहुंच गए। रविवार की रात बच्ची की मौत होने के बाद से ही अस्पताल से परिजन रवाना हो गए थे। उज्जैन से करीब 50 किमी दूर बड़नगर रोड स्थित पीर झालर गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंच पाने के कारण गर्भवती पूजा की डिलीवरी रेलवे क्रॉसिंग पर ही कराना पड़ी थी। पूजा की मां सावित्री ने बताया कि एंबुलेंस और पुलिस के वाहनों ने कीचड़ होने का कहकर आने से इंकार कर दिया था। डिलीवरी के बाद पूजा के पिता राकेश ने उसे लोडिंग वाहन में बड़नगर स्थित अस्पताल ले जाकर उपचार कराया।
नवजात के प्रीमेच्योर होने और हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने प्रसूता और नवजात दोनों को उज्जैन के जिला अस्पताल चरक में रेफर कर दिया था। यहां तीन दिन तक चले उपचार के बाद नवजात ने दम तोड़ दिया।