भाजपा नेता राकेश कुकरेजा के ड्राइवर सुनील नामदेव की हत्या गांव के ही पांच लोगों ने चाकू मार कर की थी। सुनील की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसकी बाइक आगे चल रही आरोपियों की कार से टकरा गई थी। इस पर उनके बीच बहस हुई। इसके बाद आरोपियों ने चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी थी। अगले दिन घर से 100 मीटर दूर पान की गुमठी के पास बेटे की लाश मिली थी। वहीं उसकी बाइक खड़ी थी। सूखी सेवनिया पुलिस ने ढाई सौ सीसीटीवी फुटेज खंगाल आरोपियों तक पहुंची। रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
एएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि पिपलिया बाज खां निवासी सुनील नामदेव (26) पिता कैलाश नामदेव ड्राइवर था। गुरुवार सुबह करीब सात बजे उसके पिता मंदिर जाने के लिए निकले, तो घर से 100 मीटर दूर सुनील लहूलुहान हालत में मिला था। कैलाश उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। सुनील कोहेफिजा में रहने वाले राकेश कुकरेजा के यहां ड्राइवर था। राकेश गुरुनानक मंडल के अध्यक्ष हैैं। सुनील के मुंह, पीठ और पैर में चाकू के गहरे निशान थे। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
अफसरों ने सूखी सेवनिया थाना प्रभारी वीबीएस सेंगर, अयोध्या नगर थाना प्रभारी पवन सेन, अवधपुरी थाना प्रभारी विजय त्रिपाठी के साथ विशेष टीम बनाई थी। टीम ने दो दिन में 250 सीसीटीवी फुटेल खंगाल कर आरोपियों की पहचान की। आरोपी गांव में रहने वाले नीलेंद्र मीणा, उसका भाई शुभम मीणा, नीलेंद्र के दोस्त तरुण कलावत, शाहरुख खान और बलीम खान उर्फ बबलू निकले। पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों का कबूलनामा….
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि बुधवार देर रात करीब साढ़े 11 बजे वह गांव कार से लौट रहे थे। उनके पीछे सुनील नामदेव बाइक से था, तभी सुनील ने बाइक से उनकी कार को टक्कर मार दी थी। इस पर नीलेंद्र का सुनील से विवाद हुआ था। विवाद बढ़ा, तो पांचों ने मिलकर सुनील के साथ मारपीट की। इसके बाद चाकू मार कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने साक्ष्य छिपाने पर नीलेंद्र के परिजन को भी मामले में आरोपी बनाया है।