ग्वालियर-चंबल में जहां बेटियों के मुकाबले बेटों के जन्म को महत्व दिया जाता है। उसी चंबल की धरती पर जन्मी गीता सिंह गौर ने मंगलवार को इतिहास रच दिया। कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में उन्होंने 15 सवालों के सही जवाब देकर एक करोड़ रुपए की राशि जीती है। ऐसा करने वाली KBC के इतिहास में वह तीसरी प्रतिभागी बनी हैं। दैनिक भास्कर ने गीता के बुधवार को ग्वालियर लौटने पर उनसे बात की है।
गीता का महिलाओं को लेकर स्पष्ट रूख है। उनका कहना है कि मैं कन्यादान के खिलाफ हूं, क्योंकि उनका मानना है कि कन्या कोई चीज नहीं है जिसे दान दिया जाए। साथ ही वह महिला सशक्तिकरण की पक्षधर हैं। शायद यही उनकी जीत और दृंढ़ता की असली शक्ति है। क्योंकि उनका जन्म चंबल के भिंड में हुआ। जहां आज भी नारियों को उतना सम्मान नहीं मिलता है। बेटियों को कोख में मार देने के कई मामले सामने हैं।
चम्बल की शेरनी की आवाज मुंबई से लेकर पूरे देश में सुनाई दे रही। मंगलवार रात 9’ बजे सोनी टीवी कौन बनेगा करोड़पति में सुपर स्टार अभिनेता अमिताभ बच्चन के सामने हॉटशीट पर बैठी गीतासिंह गौर पत्नी कुलदीप गौर निवासी अनुपम नगर ग्वालियर ने एक करोड़ रुपए की राशि जीती है। मुंबई में 7 दिन रहने के बाद बुधवार को ग्वालियर लौटी गीता सिंह गौर ने का दोस्तों, परिवार के सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया। गीता सिंह गौर से अभिताभ बच्चन ने 15 प्रश्न पूछे उन्होंने बेबाकी से जवाब दिये। यही वजह रही कि आखिर में गेम को क्वीट करने से पहले उनकी दो लाइफ लाइन शेष थीं।
KBC में एक करोड़ जीतने वाली गीतासिंह गौर ने बताया कि हम 26 अक्टूबर को ग्वालियर से ITPCR टेस्ट कराने के बाद मुंबई पहुंचे तो हमें कौन बनेगा करोड़पति (KBC) की टीम ने एयरपोर्ट से रिसीव किया। इसके बाद मैं और मेरी बेटी का मुंबई में ITPCR टेस्ट कराने के बाद 2 दिन के लिये क्वारेंटाइन किया था। इसके बाद हम 28 अक्टूबर को होटल बांद्रा से गोरेगांव स्थित स्टूडियों लेकर पहुंचे। जहां पर हमारा फास्टेस फिंगर फर्स्ट में 3 प्रशन पूछे गये जिनका सबसे जल्दी जबाव देने के बाद मुझे हॉटसीट पर बुलाया गया। पहले दिन 28 अक्टूबर को मुझसे अभिताभ जी 7 प्रश्न पूछे तो मैंने बिना लाइफलाइन का उपयोग किये 7 प्रश्नों का जबाव देने के पर 40 हजार रूपये जीत कर खेल रही थी। अगले दिन 8 प्रश्नों के जवाब देकर एक करोड़ रुपए जीते। यह एपिसोड मंगलवार 9 नवंबर को दिखाया गया।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना चाहती हूं
– गीतासिंह ने बताया कि प्रश्नों के जबाव देने के बीच बीच में अभिताभ जी पर्सनल सवाल करते है तो मैं सोच कर बैठी थी कि मुझे महिला सशक्तिकरण के संबंध में बोलना है। महिलाएं घरों में रहकर घर, रिश्ते, परिवार को संचालित करने में बेहतर मैनेजमेंट करती है। इसके बाद भी उनको वो सम्मान नहीं मिलता।
लक्ष्मी का घर में प्रवेश (फुटप्रिंट) प्रिजर्व कर रखूंगी
उन्होंने बताया कि मेरे घर में 1 दिसम्बर को बहू आयेगी तो मैं पैरों की छाप (फुटप्रिंट) संभालकर रखूंगी। जैसे ही बहू (लक्ष्मी) घर की दहलीज पर आयेगी तो सबसे पहले थाली में सिन्दूर घोल कर बहू को थाली के अंदर खड़ा करूंगी और उसके बाद सफेद कपड़ा पर उसे चलाऊंगी जिससे पैर के निशान बनेंगे। उन पैरों के निशान को संभाल कर रखूंगी।